** विश्व :परिवहन एवं संचार--
** स्थलीय परिवहन--
(1.) सड़क परिवहन--
अधिकांश वस्तुएं एवं सेवाओं का संचालन स्थल परिवहन पर होता है आरंभिक दिनों में मानव स्वयं वाहक था बाद के वर्षों में पशुओं का उपयोग बोझा ढोने के लिए किया जाने लगा पहिए के आविष्कार के साथ गाड़ियों और माल डिबो का प्रयोग महत्वपूर्ण हो गया परिवहन में क्रांति 18वीं शताब्दी में भाप के इंजन के आविष्कार के बाद आई स्थल परिवहन के अंतर्गत नवीनतम विकास के रूप में पाइप लाइनों ,राजमार्गों एवं तार मार्गों को रखा जाता हैसड़क मार्ग के अंतर्गत के अंतर्गत साधारण पगडंडी से लेकर मोटर गाड़ियों के चलने योग्य पक्की सड़कों को समाहित किया जाता है छोटी दूरी के परिवहन के लिए सड़क यातायात से वस्तुओं को उत्पत्ति स्थान से उपभोक्ता स्थल तक पहुंचाया जा सकता है दुर्गम पहाड़ी स्थानों पर भी सड़के बनाई गई है परिवहन के अंतर्गत साधारण साधन बेल गाड़ी, तांगा ,साइकिल, रिक्शा , आदि से लेकर मोटरसाइकिल ,स्कूटर, मोटर कार ,बस, ट्रक, ट्रॉली ,आदि स्वचालित वाहन तक सभी सड़कों पर चलते हैं और यात्रियों तथा सामानों के स्थानांतरण में सहायक होते हैं
सामान्यत: मानव कुली ,बोझा ढोने वाले पशु ,गाड़ियां अथवा माल डिब्बा जैसे पुराने और प्रारंभिक रूप परिवहन के सर्वाधिक खर्चीले साधन थे जबकि बड़े मालवाहक सस्ते पड़ते हैं विशाल देशों के आंतरिक भागों में पाए जाने वाले आधुनिक जलमार्ग और वाहको की संपूरकता प्रदान करने में इनका बहुत महत्व है भारत और चीन के सघन बसे जिलों में आज भी मानव कुलियों और मनुष्य द्वारा खींची जाने वाली गाड़ियों से होने वाली स्थल परिवहन का प्रचलन है
** सड़कें--
---- सड़के दो प्रकार की होती है--
(1.) कच्ची सड़के
(2.) पक्की सड़कें
(1.)कच्ची सड़के--
कच्ची सड़के सामान्यतः है विकासशील देशों के ग्रामीण क्षेत्रों में पाई जाती है कच्ची सड़क के यद्यपि निर्माण की दृष्टि से सरल होती है सभी ऋतु में प्रभावी व प्रयोग योग्य नहीं होती है वर्षा ऋतु में इन पर मोटर वाहन नहीं चलाई जा सकते हैं
(2.) पक्की सड़कें--
पक्की सड़के सामान्यतः विकसित देशों में पाई जाती है पक्की सड़कों का निर्माण कंकड़ -पत्थर या कंक्रीट आदि से मजबूत करके ऊपर से डामर (कोलतार) या अन्य आधुनिक पदार्थों से चिकना कर दिया जाता है पक्की सड़क के निर्माण की दृष्टि से अत्यधिक कठिन होती है पक्की सड़कों पर सभी ऋतु में वाहन चलाए जा सकते हैं तथा पक्की सड़के भी अत्यधिक भारी वर्षा एवं बाढ़ के समय गंभीर रूप से प्रभावित हो जाती है
** विकसित एवं विकासशील देशों की सड़कों में अंतर---
(1.) विकसित देशों की सड़कें--
विकासशील देशों की तुलना में विकसित देशों की सड़के अत्यधिक मजबूत एवं सभी ऋतु में वाहन चलाने योग्य होती है विकसित देशों में अच्छी गुणवत्ता वाली सड़के सर्वत्र पाई जाती है और तीव्र संचालन के लिए मोटर मार्गो, ऑटो वाहन (जर्मनी) और अंतरराज्य राजमार्गों के द्वारा लंबी दूरियों को जोड़ती है
(2.) विकासशील देशों की सड़कें--
विकसित देशों की तुलना में विकासशील देशों की सड़कें काफी खराब एवं टूटी-फूटी होती है एवं वर्षा ऋतु में टूट-फूट जाने के कारण उनके रखरखाव में भी काफी खर्चा आता है विकासशील देशों की सड़के टूटी फूटी एवं कच्ची सड़के होती है इसलिए यह सड़के ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यधिक पाई जाती है
सड़कों की लंबाई
क्र .सं . देश लंबाई एक्सप्रेस हाईवे किमी .
1. संयुक्त राज्य 65,86,610 1,03,027
अमेरिका
2. भारत 48,65,000 1,314
3. चीन 45,00,000 1,23,000
4. ब्राज़ील 17,51,868 11,000
5. रूस 13,96,000 929
6. जापान 12,15,000 8,050
7. कनाडा 10,42,300 17,000
8. फ्रांस 10,28,446 11,882
9. ऑस्ट्रेलिया 8,23,217 3,132
10. दक्षिण अफ्रीका 7,47,014 1,400
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